जब शाम उदास कर जाती है
http://hindikaavaya.blogspot.com/2008/11/blog-post_22.html
तेरी यादें....
जब शाम उदास कर जाती है ....
और डूबते सूरज की की रोशनी मध्यम हो जाती है ....
मै बैठी हू आज भी चुपचाप सी....
खिड़की के पास,
आते जाते चेहेरों को निहारती .....
फ़िर से ये आंखे भर आई है आज,
हर चहरे में तुम्हे तलाशती ......
बस यु ही गुजार जाती है
तेरी यादो भरी ये शाम .......................
आता है जब रात का पहर
और छाती है चाँद की रोशनी...
तुमको अपनी निगाहों मे बस के
बंद करती हूँ जब पलकें
ना जाने कब आ जाती है नीद
तुम्हे पाने का अधूरा ख्वाब लिए
और यूँ ही गुजर जाती है रात .....................................
आती है एक नई सुबह
फ़िर एक नयी उम्मीद लिए,
तुमसे मिलने की नई आस लिए..
जब शाम उदास कर जाती है ....
और डूबते सूरज की की रोशनी मध्यम हो जाती है ....
मै बैठी हू आज भी चुपचाप सी....
खिड़की के पास,
आते जाते चेहेरों को निहारती .....
फ़िर से ये आंखे भर आई है आज,
हर चहरे में तुम्हे तलाशती ......
बस यु ही गुजार जाती है
तेरी यादो भरी ये शाम .......................
आता है जब रात का पहर
और छाती है चाँद की रोशनी...
तुमको अपनी निगाहों मे बस के
बंद करती हूँ जब पलकें
ना जाने कब आ जाती है नीद
तुम्हे पाने का अधूरा ख्वाब लिए
और यूँ ही गुजर जाती है रात .....................................
आती है एक नई सुबह
फ़िर एक नयी उम्मीद लिए,
तुमसे मिलने की नई आस लिए..
http://newswing.com/?p=2033
ReplyDeletebahut hi sunder kavita....bahut gahra bhaav sanjoye
ReplyDeleteभावपूर्ण रचना है। बधाई। कहते हैं कि-
ReplyDeleteमिलन हुआ था जो कल सपन में, क्या तुमने देखा जो मैंने देखा।
तेरे सामने दफन हुआ दिल, क्या तुमने देखा जो मैंने देखा।।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
मुश्किलों से भागने की अपनी फितरत है नहीं।
कोशिशें गर दिल से हो तो जल उठेगी खुद शमां।।
www.manoramsuman.blogspot.com
बहुत ख़ूब!
ReplyDeleteअच्छा लिखा है।
ReplyDeleteबहुत अच्छी रचना...विरह का सटीक विवरण...बधाई.
ReplyDeleteनीरज
मैंने कहा उससे तुम यू उदास न रहा करो
ReplyDeleteतुम्हारे उदास होने से
आसमान का चाँद भी उदास हो जाता है
तारे टिमटिमाना छोड़ देते है
पूर्णिमा की रात भी अमावस सी लगाती है
और ………
मेरे चाँद ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए पूछा
और ……..और क्या
मैंने कहा
और ……..और इस मुस्कान के चेहरे की मुस्कान भी गायब हो जाती है
वह मुस्कुराया और बोला ………
इस चेहरे की मुस्कान को देखकर ही तो मैं अपने हर गम भूल जाता हूँ
पर मेरी मुस्कान तो तुमसे है
--K Muskan
ek sms padha tha kuchh dino pehle...
ReplyDeletekhule aasma na zameen ki talash kar,
sab kuchh yahin hai na kahin aur talash kar,
har aarzoo puri ho to jeene ka kya maza,
jeene k liye tu bas ek kami ki talash kar.