तुझे भी मेरे प्यार से प्यार हो जाये...............
http://hindikaavaya.blogspot.com/2008/11/blog-post_09.html
चले जो दो कदम तू साथ मेरे
तो तेरे साथ से प्यार हो जाए
थामे जो प्यार से हाथ मेरा
तो अपने हाथ से प्यार हो जाये .............
जिस रात आये तू ख्वाबों मे
तोउस सुहानी रात से प्यार हो जाए
जिस बात मे आये जिक्र तेरा
तो उसी बात से प्यार हो जाये ......................
जब पुकारे प्यार से नाम तेरा
तो अपने ही नाम से प्यार हो जाये.................
होता है इतना खूबसूरत ये प्यार अगर तो काश......
तुझे भी मेरे प्यार से प्यार हो जाये
ReplyDeleteथामे जो प्यार से हाथ मेरा
तो अपने हाथ से प्यार हो जाये ..
ये पंक्ति बहुत अच्छी है, धन्यवाद!
जिस बात मे आये जिक्र तेरा
ReplyDeleteतो उसी बात से प्यार हो जाये..
बिल्कुल उसी तरह की लाइनें, जैसे -
इस शहर में किससे मिलें, हमसे तो छुटी महफिलें,
हर शख्श तेरा नाम ले, हर शख्श दीवाना तेरा...
बधाई ...
मैं तुझसे मजबूर बहुत हूं
ReplyDeleteकतरा-कतरा चूर बहुत हूं
हूं तेरी हर पैबस्त अदा
आंखों का तेरी नूर बहुत हूं।।
पवन निशान्त
http://yameradarrlautega.blogspot.com
padhe jo blog aapka to blog se pyar ho jaye.
ReplyDeleteबहुत उम्दा रचना!! बधाई.
ReplyDeletebahut sunder likha aapne
ReplyDeleteअच्छी है, पर हर बात में आपका खुद के प्रति ही प्यार झलकता है......उसके प्रति नहीं जिसके कारण..आपको अपनी हरेक चीज से लगाव हो जाता है ...थोडा विस्तार दीजिये प्यार को और उसे भी शामिल कर लीजिये ..हाहा हाहा हहहहः !!!!!!! sorry ! but its nice thought and composition too
ReplyDeletebohot sundar...
ReplyDeletehttp://shaam-e-ghazal.blogspot.com
very very nice
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